फैब्रिक सेलेवेज या सेलेवड्स की परिभाषा
कपड़े को बुनते समय बाहरी किनारों का निर्माण किया जाता है, ताकि वे उधड न जाएं। इन तैयार किनारों को सेलेवेज (किनारी ) कहा जाता है और ये पूरे कपड़े में उपयोग में लिए गये यार्न की तुलना में अक्सर भारी और अधिक बारीकी से तैयार किए गए ताना यार्न के साथ बनायी जाती हैं, । सेलविज कपड़े की सुरक्षित हैंडलिंग के लिए कपड़े को ताकत प्रदान करते हैं। सेल्वेज को कर्ल नहीं होनी चाहिए। ताना यार्न हमेशा सेलेवेज के समानांतर चलता है। Selvedges का उचित उपयोग कुछ कपड़े के आकार प्रकार को स्थायित्व प्रदान करता है | वीविंग मशीनों को ऐसी यांत्रिक प्रक्रियाओं की आवश्यकता होती है, जो पर्याप्त रूप से मजबूत सेलेवड के निर्माण के दौरान से एक साथ बाने के धागों को बाँध के रखे साथ ही धागों को टूटने से भी बचाए |
शटल लूम में, विशेष सेलेवज की कोई आवश्यकता नहीं है; क्यूंकि प्रत्येक बार बाना डालने के बाद यार्न नहीं काटा जाता है और कपड़े के किनारे भी चिकने और मजबूत होते है। पारंपरिक शटल करघे पर यह कपड़े के दोनों और बनाया जाता है | शटल रहित करघा और शटल लूम का यह एकमात्र लाभ भी है। शटललेस बुनाई में, चूंकि प्रत्येक प्रविष्टि के बाद से वेट यार्न काटा जाता है, जिस की वजह से कपड़े के दोनों किनारों पर फ्रिंज सेलेव्ड होते हैं अतः कपड़े से ताना यार्न को बाहर फिसलने से रोकने के लिए विशेष सेलेवड्स की आवश्यकता होती है।
सेल्वेज डिजाइन के प्रकार
कई प्रकार के सेलेवड डिज़ाइन हैं जो इस उद्देश्य के लिए शटललेस लूम के साथ उपयोग किए जाते हैं। उपयोग किए जाने वाले सेलेवेड का प्रकार, उत्पादन की अर्थव्यवस्था और कपड़े के अपेक्षित उपयोग पर निर्भर करता है।
सादा सेलेवड्स
इन सेलेवड्स का निर्माण बाकी कपड़े के समान एक ही साइज़ के यार्न के साथ सादी बुनाई के साथ किया जाता है, लेकिन थ्रेड्स को एक साथ अधिक बारीकी से बुना जाता है।
टेप सेल्वेज
टेप सेलेवेड्स कभी-कभी सादे बुनाई के साथ निर्मित होते हैं, लेकिन अक्सर बास्केट या twill बुनाई से बने होते हैं, जिससे किनारी एकदम चपटी बनाती है। टेप सेलेवेड्स भारी यार्न या प्लाई यार्न से बने होते हैं, जो कपड़े को अधिक ताकत प्रदान करते हैं।
स्प्लिट सेलेवल्स
ये एक कम चौड़ाई के कपड़े में बनाई जाती हैं | बनाए के दौरान एक पूरे कपड़े को अलग अलग हिस्सों में काट कर उपयोग किये जा सकने की दृष्टि से इस प्रकार की किनारी बनाई जाती है |
कपड़े को फिर सेलेवड्स के बीच काटा जाता है, और कटे हुए किनारों को एक चेन स्टिच या हेमिंग के साथ फिनिश किया जाता है। स्प्लिट सेलेवेड्स का उपयोग तब किया जाता है जब तौलिये जैसे आइटम को साइड से बुना जाना होता है और बुनाई के बाद अलग किया जाता है।
फ्यूज्ड सेलेवड्स
ये सेलेवड थर्माप्लास्टिक तंतुओं के कपड़े, जैसे कि पॉलीप्रोपाइलीन, नायलॉन , आदि के कपड़े के किनारों पर एक गर्म यांत्रिक तत्व को दबाकर बनाए जाते हैं । तंतु पिघल जाते हैं और एक साथ फ्यूज हो जाते हैं, किनारों को सील कर देते हैं।
लीनो सेलेवड्स
बाने के धागों को अतिरिक्त थ्रेड्स के साथ बांधकर और बाहर निकले बाने के धागों को काटकर समाप्त करने से लीनों किनारी को प्राप्त किया जाता है। हाफ क्रॉस लीनो वीव फैब्रिक में बिखराव के प्रति उतम प्र्तिरोधता देखी जाती है। ये विशेष लीनो बुनाई हार्नेस के साथ बनते हैं। लीनो सेल्वेज का उपयोग कुछ शटल रहित करघे पर किया जाता है।
टक-इन सेलेवड्स
Tucked selvedge एक तकनीक है जिसका उपयोग कुछ शटल रहित करघे पर किया जाता है। इसका निर्माण प्रत्येक पिक को अगले वार्प शेड में टक-इन अर्थात जोड़ के नए पिक के साथ किया जाता है, और इसे एक साथ बीट करते हैं |